विद्युत उपमंडल नगवाईं में स्टाफ की कमी के चलते नहीं हो पा रही नाइट शिफ्ट
विद्युत उपमंडल नगवाईं में स्टाफ की कमी से नहीं हो पा रही नाइट शिफ्ट
नगवाईं। घाटी के घरों को जगमगाने वाला विद्युत उपमंडल नगवाईं इन दिनों स्टाफ की कमी की मार झेल रहा है। आलम यह है कि हर समय लोगों की सेवा में तत्पर रहने वाले नगवाईं सब डिवीजन में केवल जनरल शिफ्ट में ही कर्मचारी ड्यूटी दे पा रहे हैं। स्टाफ की कमी के कारण विद्युत उपमंडल नगवाईं में काफी लंबे समय से नाइट शिफ्ट में कोई भी कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं होता है। इससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारी की ड्यूटी सुबह नौ बजे से लेकर पांच बजे तक होती है। इसके बाद यदि कहीं पर कोई फाल्ट आ जाए तो सब कुछ राम भरोसे ही होता है। इन दिनों सर्दियों के मौसम में हीटर आदि चलने के कारण अक्सर कई क्षेत्रों में रात के समय फ्यूज इत्यादि उड़ जाते हैं और लोगों को सर्द रातों में ठिठुरना पड़ता है। इन दिनों बच्चों की परीक्षाएं भी सिर पर है और लाइट जाने से उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
कई बार तो नौकरी पेशा लोगों और पढ़ाई करने आए बच्चों की दिक्कत बढ़ जाती है। ये लोग कई बार खाना इत्यादि भी हीटर या इंडक्शन पर ही बनाते हैं, लेकिन पांच बजे के बाद बिजली गुल होने पर इन्हें खासी दिक्कत होती है। नगवाईं में सिविल अस्पताल भी है और यहां पर भी अक्सर रात के समय मरीज आते रहते हैं, लेकिन अगर लाइट न हो तो दिक्कतें और बढ़ जाती है। वीरवार रात को भी करीब आठ बजे के आसपास टेलीफोन एक्सचेंज के पास कुछ घरों में बिजली गुल हो गई और सुबह करीब नौ बजे आई। इस कारण लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ी। वीरवार रात को जब कुछ लोग बिजली बोर्ड के कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाने गए थे तो गेट पर ताला लटका था।वहीं शुक्रवार को भी इसी क्षेत्र में शाम छह बजे बिजली गुल हो गई। इससे लोग काफी परेशान हो गए हैं। क्षेत्र के लोगों ने बिजली बोर्ड और सरकार से मांग की है कि विद्युत उपमंडल नगवाईं में रात्री सेवा में भी कर्मचारी तैनात किए जाएं, ताकि लोगों को दिक्कत न हो। नगवाईं सब डिवीजन के एसडीओ बालकृ़ष्ण वर्मा ने माना कि स्टाफ की कमी के कारण नाइट शिफ्ट नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है ।